पूरी का जगन्नाथ मंदिर 4 बड़े धामों में से एक है। यहां कि रथ यात्रा विश्व की सबसे बड़ी रथ यात्रा जिसमे भगवान जगन्नाथ स्वयं भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर में निकलते है। इस बार 2018 में यह रथ यात्रा 14 जुलाई से शुरू हो रही है। जगन्नाथ रथ यात्रा न सिर्फ विश्व की सबसे बड़ी रथ यात्रा के कारण जानी जाती है, बल्कि इसके इलावा भी यहां की ऐसी कई विशेष बातें है जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे और उन बातों के बारे में आज हम आपको बताएंगे।
नही दिखती गुम्बद की परछाई
यह मंदिर 214 फुट ऊंचा है, जिस कारण मंदिर के गुम्बद की परछाई दिन में किसी भी समय किसी भी दिशा में नही दिखाई पड़ती। पूरी का जगन्नाथ मन्दिर लगभग 4 लाख वर्ग फुट में क्षेत्र में फैला हुआ है।
हवा से विपरीत दिशा में लहराता है ध्वज
पूरी के जगन्नाथ मंदिर में लगा हुआ लाल ध्वज हवा से विपरीत दिशा में लहराता है। यह हवा के विपरीत कैसे लहराता है, इसका आज तक कोई नही पता लगा पाया और आज भी रहस्य का कारण बना हुआ है।
मंदिर के ऊपर नही उड़ते पक्षी और न ही….
इस मंदिर के ऊपर से कोई भी पक्षी नही उड़ते है और न ही इस मंदिर के ऊपर से कभी कोई हवाई जहाज इत्यादि उड़ता है।
नही सुनाई देती समुद्र की ध्वनि
जबतक कोई मंदिर के बाहर है तबतक समुद्र की ध्वनि सुनाई देती रहेगी, लेकिन जैसे ही कोई एक कदम भी मन्दिर के अंदर रख ले तो समुद्र की ध्वनि सुनाई देनी बन्द हो जाती है। सिर्फ एक कदम से ही समुद्र की ध्वनि की आवाज सुनाई देनी बन्द हो जाती है।